सीते! मम् श्वास-सरित सीते

सीते! मम् श्वास-सरित सीते रीता जीवन कैसे बीते   हमसे कैसा ये अनर्थ हुआ किसलिये लड़ा था महायुद्ध सारा श्रम जैसे व्यर्थ हुआ पहले ही दुख क्या कम थे सहे दो दिवस चैन से हम न रहे सीते! मम् नेह-निमित सीते रीता जीवन कैसे बीते   मर्यादाओं की देहरी पर तज दिया तुम्हें, मेहंदी की … Continue reading सीते! मम् श्वास-सरित सीते